बेवफा
बेवफ़ा
अगर जान जाते ये दिल है
बेचारा,
इसे इश्क में हम इजाजत
न देते,,
बदलते नहीं रास्ते हम वो
अपने ,
झूठे वादों का अगर तू सहारा
न देते,,
हर ज़ख्म दिल का तुम्हें
यूँ न कहता,
अगर दर्द दिल को दुबारा
न देते,,
ख़ुशी ज़िन्दगी हो तुम्हारी
हमेशा,
भूलकर भी तुम्हें हम दुआ
ये न देते,,
दर्द होता नहीं जो सीने
के बगल में,
दर्द वालों की ये हम ग़ज़ल
लिख न देते,,
यदि तुझमें गलिमत जो पहले
से होती,
ना सफ़र बीच तू हमसफ़र छोड़
देते,,
‘साहनी’ गम के मरे मुहब्बत में पागल,
बिन तेरे अपना जीवन बिता
कैसे देते,,
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